Ghane Badra

बदरा

बदरा

छाए रे घने बदरा, छाए रे घने बादल
छाए क्यूँ घने बदरा? छाए क्यूँ घने बादल?
कहीं पे बरसने को घूमे, ये हुए पागल
छाए रे घने बदरा, छाए रे घने बादल

अपनी हँसी में भी शामिल किया मुझ को
अपनी खुशी में भी हिस्सा दिया मुझ को
जहाँ तू अकेला है वहाँ भी मुझे ले चल

छाए रे घने बदरा, छाए रे घने बादल
छाए क्यूँ घने बदरा? छाए क्यूँ घने बादल?

बदरा के सीने में, सीने में जल धड़के
बैठा है नैनों में, नैनों में चढ़-चढ़ के
बरसेगा-बरसेगा, आज नहीं तो कल

छाए रे घने बदरा, छाए रे घने बादल
छाए क्यूँ घने बदरा? छाए क्यूँ घने बादल?
कहीं पे बरसने को घूमे, ये हुए पागल
छाए रे घने बदरा

बदरा

बदरा



Credits
Writer(s): Munna Dhiman, Ram Sampath
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