Mere Rashke Qamar (From "Baadshaho")

यूँ लगा कोयलें जब लगी कूकने
यूँ लगा कोयलें जब लगी कूकने
जैसे छलनी किया हमको बंदूक
जैसे छलनी किया हमको बंदूक

हूक उठने लगी हँसते-हँसते मेरी
हूक उठने लगी हँसते-हँसते मेरी
आँख यूँ दबदबाई, मज़ा आ गया

तूने "रश्क-ए-क़मर"...
तूने "रश्क-ए-क़मर" कह दिया जब मुझे
ज़िंदगी मुस्कुराई, मज़ा आ गया
उफ़, ये दीवानगी, आशिक़ी में तेरी
ख़ाक ऐसी उड़ाई, मज़ा आ गया

(मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र)
(जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया)
(जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया)

ऐसे लहरा के तू रू-ब-रू आ गया
ऐसे लहरा के तू रू-ब-रू आ गया
धड़कने बेतहाशा तड़पने लगी
धड़कने बेतहाशा तड़पने लगी

तीर ऐसा लगा, दर्द ऐसा जगा
तीर ऐसा लगा, दर्द ऐसा जगा
चोट दिल पे वो खाई, मज़ा आ गया

तूने "रश्क-ए-क़मर"...
तूने "रश्क-ए-क़मर" कह दिया जब मुझे
ज़िंदगी मुस्कुराई, मज़ा आ गया
साँवली शाम में रंग से भर गए
थाम ली जब कलाई, मज़ा आ गया

(मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र)
(जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया)
(जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया)
(बर्क़ सी गिर गई, काम ही कर गई)
(बर्क़ सी गिर गई, काम ही कर गई)
(आग ऐसी लगाई, मज़ा आ गया)



Credits
Writer(s): Nusrat Fateh Ali Khan, Manoj Muntashir Shukla, Reegdeb Das, A1 Melody Master
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