Log Peete Hain

लोग पीते हैं, लड़खड़ाते हैं
दिल से दुनिया का ग़म मिटाते हैं

लोग पीते हैं, लड़खड़ाते हैं
दिल से दुनिया का ग़म मिटाते हैं
एक हम हैं कि तेरी महफ़िल में
प्यासे आते हैं, प्यासे जाते हैं

ख़ुश हैं सब, और ख़ुशी नहीं मिलती
ज़िंदा हैं, ज़िंदगी नहीं मिलती
जल रहे हैं चराग़ उम्मीदों के
जल रहे हैं चराग़ उम्मीदों के
और कहीं रोशनी नहीं मिलती

रोशनी का फ़रेब खाते हैं
रोशनी का फ़रेब खाते हैं
प्यासे आते हैं, प्यासे जाते हैं
लोग पीते हैं, लड़खड़ाते हैं

महकी-महकी हुई फ़ज़ा को सलाम
बहकी-बहकी हुई हवा को सलाम
इन बहारों से तो भली है ख़िज़ाँ
इन बहारों से तो भली है ख़िज़ाँ
इन बहारों की हर अदा को सलाम

जिनमें १०० ज़ख़्म मुस्कुराते हैं
जिनमें १०० ज़ख़्म मुस्कुराते हैं
प्यासे आते हैं, प्यासे जाते हैं

लोग पीते हैं, लड़खड़ाते हैं
दिल से दुनिया का ग़म मिटाते हैं
एक हम हैं कि तेरी महफ़िल में
प्यासे आते हैं, प्यासे जाते हैं



Credits
Writer(s): Kaifi Azmi, Hemant Kumar
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