Gali Gali Mein

गली-गली में फिरता है तू क्यूँ बन के बंजारा?
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा

हो, गली-गली में फिरता है तू क्यूँ बन के बंजारा?
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा

ओ, तेरा प्यार है एक सोने का पिंजरा, ओ, शहज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी

मौक़ा है, दीवाने दिल का ख़ाली दामन भर ले
इस दुनिया में जीना है तो प्यार किसी से कर ले
तेरे दिल को छेड़ रहा है मेरा प्यार अकेला
मेरे दिल में लगा हुआ है कई ग़मों का मेला

हो, गली-गली में फिरता है तू क्यूँ बन के बंजारा?
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा
ओ, तेरा प्यार है एक सोने का पिंजरा, ओ, शहज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी

मेरी तरह नहीं है कोई इस दुनिया में तेरा
आजा, बन जा मेरा साथी, हाथ पकड़ ले मेरा
मेरा रस्ता रोक रही है, तू कैसी दीवानी?
एक जगह मैं कैसे ठहरूँ? मैं दरिया का पानी

हो, गली-गली में फिरता है तू क्यूँ बन के बंजारा?
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा
ओ, तेरा प्यार है एक सोने का पिंजरा, ओ, शहज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी

और किसी से मैं ये कहती, वो कुछ भी कर जाता
मेरे एक इशारे पर बस वो हँस के मर जाता
ना मैं शायर, ना मैं आशिक़, ना कोई दीवाना
मैं तुझ पे नहीं मरने वाला, मैं हूँ बड़ा सयाना

हो, गली-गली में फिरता है तू क्यूँ बन के बंजारा?
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा
आ, मेरे दिल में बस जा, मेरे आशिक़ आवारा

ओ, तेरा प्यार है एक सोने का पिंजरा, ओ, शहज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी
मुझको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kalyanji Virji Shah, Anandji V. Shah
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