Main Hoon Hero Unplugged

आँखों के पन्नों पे
मैंने लिखा था सौ दफ़ा
लफ़्ज़ों में जो इश्क़ था
हुआ ना होठों से बयां

खुद से नाराज़ हूँ
क्यों बेआवाज़ हूँ
मेरी खामोशियाँ हैं सज़ा
दिल है ये सोचता
फिर भी नहीं पता
किस हक़ से कहूँ बता

के मैं हूँ हीरो तेरा
के मैं हूँ हीरो तेरा
के मैं हूँ हीरो तेरा
के मैं हूँ हीरो तेरा

तेरी वजह से हैं मिली
जीने की सब ख्वाहिशें
पा लूं तेरे दिल मे जगह
हैं ये मेरी कोशिशें

मैं बस तेरा बनूं
बिन तेरे ना रहूं
मैंने तो मांगी हैं ये दुआ

दिल हैं ये सोचता
फिर भी नहीं पता
किस हक़ से कहूं बता
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा
के मैं हूं हीरो तेरा



Credits
Writer(s): Kumaar, Amaal Mallik
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