Raat Ko Din Bana Diya

मेरे अँधेरे घर में आ कर
चादर अपने सर पे गिरा कर

दुनिया को, हाँ-हाँ
दुनिया को जगमगा दिया
दुनिया को जगमगा दिया
रात को दिन बना दिया
रात को दिन बना दिया

दिल में जाग उठा उजियारा
मुखड़ा था कुछ ऐसा प्यारा

चाँद को भी, हाँ-हाँ
चाँद को भी शरमा दिया
चाँद को भी शरमा दिया
रात को दिन बना दिया
रात को दिन बना दिया

मौजों में तरंगें सोई थीं
और दिल में उमंगें सोई थीं
शाख़ों में सोई थीं कलियाँ
चुपचाप थी हृदय की दुनिया

तुमने सबको, हाँ-हाँ
तुमने सबको जगा दिया
तुमने सबको जगा दिया
रात को दिन बना दिया
रात को दिन बना दिया



Credits
Writer(s): Hemanta Mukherjee
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