Kahaan Hoon Main

कहां हूं मैं
कहां हूं मैं अब
कहां हूं मैं
कहां हूं मैं अब

आहें, डर, खुशी, रास्ते
कच्ची बातें, सच्चे वास्ते
कहीं पे इन सब में
कहाँ हूँ मैं

मैं भी तो आना था इसी तरफ
मेरी भी तो राहें हैं यहीं कहीं
उलझनों के दो राहें
रास्तों की ये बाहें
आते-जाते पूछती
मैं कहां

कहां हूं मैं अब
कहां हूं मैं
कहां हूं मैं अब

आहें, डर, ख़ुशी, रास्ते
कच्ची बातें सच्चे वास्ते
कहीं पे इन सब में
कहां हूं मैं

ऊनी-ऊनी बादल में गयी सिमट
जैसे मैं हूं जाड़ों कि हवा कोई
सोचूं ना क्या पीछे है
देखूं ना जो आगे है

मन ये मेरा पूछता
मैं कहां
कहां हूं मैं
कहां हूं मैं अब
कहां हूं मैं
कहां हूं मैं अब

यादें अब ज़मीन, ख्वाहिशें
पक्की चाहत कच्ची कोशिशें हे
कहीं पे इन सबमें
कहां हूं मैं



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, A. R. Rahman
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link