Jai Hanuman Gyan Gun Sagar

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर

राम भक्त तुम सबसे बड़े हो
रामचंद्र के हो अति प्यारे
(राम भक्त तुम सबसे बड़े हो)
(रामचंद्र के हो अति प्यारे)
हो, राम भक्त तुम सबसे बड़े हो
रामचंद्र के हो अति प्यारे
(राम भक्त तुम सबसे बड़े हो)
(रामचंद्र के हो अति प्यारे)

तुमसे ही तो राम मिलेंगे
(राम द्वार के हो रखवाले)

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर

मारुति नंदन, संकट मोचन
इतना कर दो काम हमारा
(मारुति नंदन, संकट मोचन)
(इतना कर दो काम हमारा)
मारुति नंदन, संकट मोचन
इतना कर दो काम हमारा
(मारुति नंदन, संकट मोचन)
(इतना कर दो काम हमारा)

सबके मन की लंका जला के
भर दो उसमे तुम उजियारा

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर



Credits
Writer(s): Subrat Sinha
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