Sindhu Ma

तू है सिंधु माँ यूँ ही बहती रहना
दुख जो हो हमको तो
तुझसे ही तो कहना है सुन माँ

सुनले, ये पुकार तू भी सुनले
तेरे मन के नगर में बजा है
अनोखा दन-नन, दन-नन, दन-नन दनका
तू तेरे लिए में है, मेरे लिए तू, हाँ
संग रहे हम दोनों

संगिनी मेरा तन भी
मन भी, धन भी, जीवन भी
तेरे लिए, बस तेरे लिए
मेरी धरती, मेरा गगन तेरे लिए है

तू है मेरा ये संसार सारा
मैं और मेरा प्यार सारा
तेरे ही लिए है

तू है की जग में रंग जैसे
रुतु मै है तरंग जैसे
तू है तो, तू है तो

गगन-गगन, लहर-लहर बहे ये चाँदनी
ओ, धरा पे जागी ज्योति है तेरी
हो, नयन-नयन घुली हुई है कामना कोई
नहीं-नहीं कोई तुझसा है ही नहीं

तू है मेरा ये संसार सारा
मैं और मेरा प्यार सारा
तेरे ही लिए है

चलते-चलते किसी डगर में
जैसे अचानक मोड़ आता है
यूँ ही कोई एक ही पल में
सब कुछ पीछे छोड़ आता है

चन कजकारा मेरा मन बंजारा घूमे रे
प्रेम भरी धुन मेरे मन की जो सुन झूमे रे

पास आके भी मौन है तू
ये तो कह दे कौन है तू?
बोलते हैं नयन मौन हूँ मैं
अपने नैनों से सुन कौन हूँ मैं?

तू है मेरा ये संसार सारा
मैं और मेरा प्यार सारा
तेरे ही लिए है

तू है मेरा ये संसार सारा
मैं और मेरा प्यार सारा
तेरे ही लिए है



Credits
Writer(s): A. R. Rahman, Javed Akhtar
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