Maine Kaha Tumne Suna

मैंने कहा, तुमने सुना...
हो, मैंने कहा, तुमने सुना, ये हवा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा, तुमने सुना, ये हवा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा, तुमने सुना...

रुत की हसीना लगाती है काजल, मगर दिल तरसता है
पर्बत पे जब झूम जाते हैं बादल तो सावन बरसता है
रुत की हसीना लगाती है काजल, मगर दिल तरसता है
पर्बत पे जब झूम जाते हैं बादल तो सावन बरसता है

ओ, मैंने कहा, तुमने सुना, ये घटा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा, हो, तुमने सुना...

हम ही नहीं बस दो प्रेमी अकेले कि सारे ये कहते हैं
हो, "मिलने से लोगों के लगते हैं मेले," नज़ारे ये कहते हैं
हम ही नहीं बस दो प्रेमी अकेले कि सारे ये कहते हैं
"मिलने से लोगों के लगते हैं मेले," नज़ारे ये कहते हैं

ओ, मैंने कहा, तुमने सुना, ये फ़िज़ा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा, तुमने सुना...

देखो, सुनो ग़ौर से आसमानों से आवाज़ आती है
हो, दिल बेज़ुबाँ है, मगर बेज़ुबानों से आवाज़ आती है
हो, देखो, सुनो ग़ौर से आसमानों से आवाज़ आती है
दिल बेज़ुबाँ है, मगर बेज़ुबानों से आवाज़ आती है

हो, मैंने कहा, तुमने सुना, ये सदा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा (मैंने कहा), तुमने सुना (तुमने सुना)
ये हवा कहती है क्या?
ज़िंदगी दर्द है, प्यार दर्द की दवा
मैंने कहा, तुमने सुना...



Credits
Writer(s): Anand Bakshi
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