Chale Bhole Bhandari - Studio

ओ, चले भोले भंडारी
कर नंदी सवारी
पार्वती से ब्याह रचाने, हाँ

(चले भोले भंडारी)
(कर नंदी सवारी)
(पार्वती से ब्याह रचाने)

हे, कैसा वेश निराला
गले साजे मुंडमाला
देखो घर-संसार बसाने
अपना संसार बसाने, हाँ

(चले भोले भंडारी)
(कर नंदी सवारी)
(पार्वती से ब्याह रचाने)

(बन बाराती भूत चले हैं)
(गण के संग अवधूत चले हैं)

बन बाराती भूत चले हैं
गण के संग अवधूत चले हैं
हो-हो कर यमदूत चले हैं
(हो-हो कर यमदूत चले हैं)

तन भभूत रमाए
माथे तिलक सजाए
भय-क्षय को जगत से मिटाने

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हाँ, अपना संसार बसाने

प्रेत, पिशाच, चुड़ैलें नाचें
मृदंग-ढोल-नगाड़े बाजें
(धिन-धनक-धिन) धनक-धिन
(धिन-धनक-धिन) धनक-धिन-धा

प्रेत, पिशाच, चुड़ैलें नाचें
मृदंग-ढोल-नगाड़े बाजें
अद्भुत रूप कुटनिया साजे
(अद्भुत रूप कुटनिया साजे)

अनहोनी-विपदाएँ
आज खुशियाँ मनाएँ
कैसा खेल रचा विधना ने

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हो, अपना- (अपना संसार बसाने)

(इंद्र संग विष्णु हर्षाएँ)
(झूम के नारद वीणा बजाएँ)

इंद्र संग विष्णु हर्षाएँ
झूम के नारद वीणा बजाएँ
देव, ऋषि, जन खुशी में गाएँ
(देव, ऋषि, जन खुशी में गाएँ)

संकल्प लिया था
जो समय को दिया था
आज अपना वो वचन निभाने

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हो, अपना संसार बसाने

(ब्रह्मा मंगलाचार सुनाएँ)
(पुष्प सभी किन्नर बरसाएँ)

ब्रह्मा मंगलाचार सुनाएँ
पुष्प सभी किन्नर बरसाएँ
आज मगन हैं सभी दिशाएँ
(आज मगन हैं सभी दिशाएँ)

मंद-मंद मुस्काते
कई लीलाएँ दिखाते
कण-कण को ही शिवमय बनाने

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हो, अपना संसार बसाने

(देख रही है सृष्टि सारी)
(ये बैरागी डमरू-धारी)

देख रही है सृष्टि सारी
ये बैरागी डमरू-धारी
कैसे बनते हैं संसारी
(कैसे बनते हैं संसारी)

हो, योगी बाबा सन्यासी
देखें मरघट वासी
कैसा जीवनसाथी चले अपनाने

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हो, अपना संसार बसाने

(हिमराज कन्यादान करेंगे)
(मैना जी के भाग्य जगेंगे)

हिमराज कन्यादान करेंगे
मैना जी के भाग्य जगेंगे
शिव-शक्ति जब दोनों मिलेंगे
(शिव-शक्ति जब दोनों मिलेंगे)

जग कल्याण होगा
देव सम्मान होगा
सच होंगे सब सपने सुहाने, हाँ

(कैसा वेश निराला)
(गले साजे मुंडमाला)
(देखो घर-संसार बसाने)
हो, अपना संसार बसाने

पार्वती से ब्याह रचाने
देखो घर-संसार बसाने
अपना संसार बसाने, हा!



Credits
Writer(s): Rathod Vinod
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