Kahaaniyaa

फ़िर से है शुरू ये कहानियाँ-कहानियाँ
नज़रों में सुबह की रवानियाँ-रवानियाँ

दूरियाँ क़रीब से है, मोहब्बतें नसीब से है
फ़िज़ाओं में है नया रंग चढ़ा

सरफ़िरा सा दिल लो चला
ढूँढने मुसीबतों का सिलसिला
डूबने है साँसों के रिफ्त में, हे

लो चला, लो चला
लो चला, लो चला

बेचैन ऐसे हैं हम राह चलने को
कह दो तूफानों से रस्ता बदलने को

दिल बनाए जो भी बहाने
हम उसे समझाते हैं
बस उन्हीं की है जन्नत यहाँ पे
खुद को जो ढूँढ पाते हैं

ख्वाबों की लहर सी कहानियाँ-कहानियाँ
बारिश की सहर सी कहानियाँ-कहानियाँ

दूरियाँ क़रीब से है, मोहब्बतें नसीब से है
फ़िज़ाओं में हैं नया रंग चढ़ा

सरफ़िरा सा दिल लो चला
ढूँढने मुसीबतों का सिलसिला
डूबने है साँसों के रिफ्त में, हे

लो चला (लो चला), लो चला (लो चला)
लो चला (लो चला), लो चला (लो चला)



Credits
Writer(s): Arko
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link