Hum Phir Milengay

हम फ़िर मिलेंगे कहीं आपसे
शिकवे करेंगे वहीं आपसे
नज़रें हँस कर मिलीं आपसे
दिल की बातें ना थीं आपसे

हमने तुमसे कब कोई वादा किया?
वो जो तबस्सुम तेरे लबों पे खिला
हमने तुमसे कब कोई वादा किया?
वो जो तबस्सुम तेरे लबों पे खिला

था वो अहद-ए-वफ़ा

आ, नज़रें हँस कर मिलीं आपसे
दिल की बातें ना थीं आपसे
हम फ़िर मिलेंगे कहीं आपसे
शिकवे करेंगे वहीं आपसे

तुमने जो देखा, वो तो बस एक ख़्वाब था
ख़्वाब में शीशा संग से टकरा गया
तुमने जो देखा, वो तो बस एक ख़्वाब था
ख़्वाब में शीशा संग से टकरा गया

आई ना तुझको सदा

हो, नज़रें हँस कर मिलीं आपसे
दिल की बातें ना थीं आपसे
हम फ़िर मिलेंगे कहीं आपसे
शिकवे करेंगे वहीं आपसे



Credits
Writer(s): Adnan Sami Khan
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