Aye Dil Aye Nadaan

ऐ दिल, ऐ नादान
ऐ दिल, ऐ नादान
लाख बहारें आईं
फिर भी नगरी तेरी वीरान
ऐ दिल, ऐ नादान

इतने ही ख़्वाब देखे तारों की रोशनी में
इतने फ़रेब खाए छोटी सी ज़िंदगी में
इतने ख़्याल बुनकर इक जाल सा बनाया
भूले से कोई पंछी, लेकिन इधर ना आया

ऐ दिल, ऐ नादान
लाख बहारें आईं
फिर भी नगरी तेरी वीरान
ऐ दिल, ऐ नादान

रह-रह के इक तसव्वुर तुझको सता रहा है
तू ग़म को खा रहा है, ग़म तुझको खा रहा है
तू आप ही ना जाने किसकी तुझे लगन है
तू जिसमें जल रहा है, वो कौन सी अगन है?

ऐ दिल, ऐ नादान
लाख बहारें आईं
फिर भी नगरी तेरी वीरान
ऐ दिल, ऐ नादान

अब तक जो है अधूरी तस्वीर कब बनेगी?
महबूब कब मिलेगा? तक़दीर कब बनेगी?
मायूसियों की बदली घिर-घिर के छा रही है
उम्मीद एक झुला फिर भी झुला रही है

ऐ दिल, ऐ नादान
लाख बहारें आईं
फिर भी नगरी तेरी वीरान
ऐ दिल, ऐ नादान
ऐ दिल, ऐ नादान



Credits
Writer(s): Rajinder Krishnan, Madan Mohan
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