Mohabbat Ki Guzarish

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?
ज़ुर्रत किसी की हो तो आके बुझा दे
शम्मा आँखों में जो जले हैं

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?

जो दर्द भी दे और दवा भी
कोई मरहम दे और दुआ भी
हाँ, जो दर्द भी दे और दवा भी
कोई मरहम दे और दुआ भी

अरमानों के रंगों से भीगे हम
और भीगे हैं तनहाइयों से
फ़रियाद करेंगे हम भी अगर
ज़मीं पे ना हो मोहब्बत के निशाँ

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?

रात गुज़र कर आएगी सुबह
जलाएँगे हम उम्मीदों का दीया
हाँ, रात गुज़र कर आएगी सुबह
जलाएँगे हम उम्मीदों का दीया

मौसम खिले गुल बहारों में
किसी की दुख भरी फ़िज़ाओं में
इबादत से कोई कह कर चले गए
इश्क़ निभाए हम रुसवाइयों से

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?
ज़ुर्रत किसी की हो तो आके बुझा दे
शम्मा आँखों में जो जले हैं

मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?
मोहब्बत की गुज़ारिश क्यूँ ना करें हम?
जुस्तजू किसी की क्यूँ ना निभाए हम?



Credits
Writer(s): Krishnadeep Kar
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