Mitra

रास्तों में खो गया है, मित्रा
अजनबी क्यूँ हो गया मित्रा? (मित्रा)

कुछ तो कमी है, सावन
सावन सा क्यूँ ना लागे, मित्रा, मित्रा, हो?
शाम-ओ-सहर क्यूँ मन का
आँगन ये सूना लागे, मित्रा, मित्रा

धूप लेके जो गया है मित्रा
अजनबी क्यूँ हो गया मित्रा?

यारा, हाय, यारा
कैसा जादू डारा, बिछड़ा
यारा, हाय, यारा
संग चैन सारा बिछड़ा

दिल के तारों में, क्यूँ हज़ारों में दर्द जागे हैं?
हमने बाँधे जो रेशमी सारी टूटे धागे हैं
मेरे हाथों के हर्जाना है, हमको अदा कर जाना है
सिर्फ यारों का ताना-बाना है, ना छुपाना है

हाल-ए-दिल जो हो गया है, मित्रा (मित्रा)
अजनबी क्यूँ हो गया मित्रा? (मित्रा)

कुछ तो कमी है, सावन
सावन सा क्यूँ ना लागे, मित्रा, मित्रा, हो?
शाम-ओ-सहर क्यूँ मन का
आँगन ये सूना लागे, मित्रा, मित्रा

धूप लेके जो गया है, मित्रा (मित्रा)
अजनबी क्यूँ हो गया मित्रा?

यारा, हाय, यारा
कैसा जादू डारा, बिछड़ा
यारा, हाय, यारा
संग चैन सारा बिछड़ा



Credits
Writer(s): Amitabh Bhattacharya, Salim Merchant, Sulaiman Merchant
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