Sai Ke Dar Se Aaya Bulava

साईं के दर से...
साईं के दर से आया बुलावा
चलो चलें साईं धाम

जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
हाँ, जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
हो, जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव

साईं के दर से आया बुलावा
चलो चलें साईं धाम

जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
हो, जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव
हो, जहाँ ग़म की धूप, ना छाँव

सारे जगत में कहीं नहीं है शिरडी जैसा धाम (शिरडी जैसा धाम)
मोह-माया से ऊबे मन जो जहाँ मिले विश्राम (जहाँ मिले विश्राम)
सारे जगत में कहीं नहीं है शिरडी जैसा धाम (शिरडी जैसा धाम)
मोह-माया से ऊबे मन जो जहाँ मिले विश्राम (जहाँ मिले विश्राम)

बाँध के सर पे...
बाँध के सर पे साईं कफ़नी कर साईं गुणगान

चलो चलें साईं के धाम
चलो चलें साईं के धाम
चलो चलें साईं के धाम
हो, चलो चलें साईं के धाम

नीम के नाचे बाबा ने जहाँ किया विश्राम (जहाँ किया विश्राम)
आज बना है सबका तीरथ, रहते वहाँ भगवान (रहते वहाँ भगवान)
हाँ, नीम के नाचे बाबा ने जहाँ किया विश्राम (जहाँ किया विश्राम)
अरे, आज बना है सबका तीरथ, रहते वहाँ भगवान (रहते वहाँ भगवान)

पापी कामी...
पापी कामी दर्शन करके बनते हैं इंसान

चलो चलें साईं के धाम
चलो चलें साईं के धाम
हो, चलो चलें साईं के धाम
हो, चलो चलें साईं के धाम

द्वारिका माई मस्जिद बन गई साईं का दरबार (साईं का दरबार)
हर मज़हब वाले करते हैं इस दर का सम्मान (इस दर का सम्मान)
अरे, द्वारिका माई मस्जिद बन गई साईं का दरबार (साईं का दरबार)
हर मज़हब वाले करते हैं इस दर का सम्मान (इस दर का सम्मान)

जहाँ पे बाबा...
जहाँ पे बाबा बैठ गए थे करने को कल्याण

चलो चलें साईं के धाम
हो, चलो चलें साईं के धाम
हाँ, चलो चलें साईं के धाम
हो, चलो चलें साईं के धाम

(चलो चलें साईं के धाम)
(हो, चलो चलें साईं के धाम)



Credits
Writer(s): Raj Verma, Rakesh Maanjhi
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