Mujh Pe Bhi Jawani

मुझपे भी जवानी आई है
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

Hey, मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

उम्र मस्तानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कही
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

लगा के सुरमा आँखों में
पहन के गजरा बालों में
कभी जो मैं ठुमका मारूँ
तो शोर मचें दिलवालों में

लोगों की दीवानी आई है
लोगों की दीवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

हाँ, उम्र मस्तानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

टुकुर-टुकुर देखे मुझको
मेरी अदा का रसिया है
नज़र मिला के चोरी से
कहे मेरा मन बसिया है

इस में बेईमानी आई है
इस में बेईमानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

इस में बेईमानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
उम्र मस्तानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

उम्र मस्तानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

मुझपे भी जवानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
ओय, उम्र मस्तानी आई है
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं

कि आग लगेगी कहीं ना कहीं
कि आग लगेगी कहीं ना कहीं



Credits
Writer(s): Sameer
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