Socha Sau Dafa

सोचा १०० दफ़ा तुमसे कहूँ
अब ये फ़ासलें कैसे सहूँ?
सोचा १०० दफ़ा तुमसे कहूँ
अब ये फ़ासलें कैसे सहूँ?

ये ना हो सका मैं तुमसे पूछ लूँ
कैसे जियूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
हो, सोचा १०० दफ़ा तुमसे कहूँ
अब ये फ़ासलें कैसे सहूँ?

कई बार तुमसे कहने को आए
ज़ुबाँ थरथराई, क़दम डगमगाए
हो, कई बार तुमसे कहने को आए
ज़ुबाँ थरथराई, क़दम डगमगाए
ज़ुबाँ थरथराई, क़दम डगमगाए

चाहे दिल कभी मैं तुमको ख़त लिखूँ?
कैसे लिखूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
हो, सोचा १०० दफ़ा तुमसे कहूँ
अब ये फ़ासलें कैसे सहूँ?

गया चैन मेरा, गई मेरी नींदें
मगर मेरे दिल से गई ना उम्मीदें
हो, गया चैन मेरा, गई मेरी नींदें
मगर मेरे दिल से गई ना उम्मीदें
मगर मेरे दिल से गई ना उम्मीदें

आहट जब सुनूँ मैं खिड़की खोल दूँ
दीवाना हूँ, क्या करूँ? क्या करूँ?
हो, सोचा १०० दफ़ा तुमसे कहूँ
अब ये फ़ासलें कैसे सहूँ?

ये ना हो सका मैं तुमसे पूछ लूँ
कैसे जियूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?



Credits
Writer(s): Yogesh, Raju Singh
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