Imaan Ka Asar

जलती धूप में हल्की हवा चल गई
मिला भरोसा यार का, जाँ अब फिर सँभल गई
ओ, ख़्वाहिश साँस ले, ज़ंजीरें पिघल गईं
सबा उम्मीद को माथे पे यूँ मल गई

सूने सहराओं में हसरत पली है
हाय, तूफ़ाँ में आज ये शम्मा जली है

शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
आगे क्या लिखा, हमको क्या ख़बर

ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का असर

दिन महक-महक गया, रात मचल-मचल गई
चाहा ज़रा था, अब मगर नीयत बदल-बदल गई
दिन महक-महक गया, रात मचल-मचल गई
चाहा ज़रा था, अब मगर नीयत बदल-बदल गई

हो, बेचैन ज़िंदगी सुकून पाए
हाय, दिल की ये आरज़ू लब तक तो आए

शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
आगे क्या लिखा, हमको क्या ख़बर

ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का...

जलती धूप में (जलती धूप में)
हल्की हवा चल गई (हल्की हवा चल गई)
मिला भरोसा यार का (मिला भरोसा यार का)
जाँ अब फिर सँभल गई

कैसा साज़ है, तन्हा जाँ बहल गई
धीमी सी ताल पर आशाएँ मचल गईं

सूने सहराओं में हसरत पली है
हाय, तूफ़ाँ में आज ये शम्मा जली है

शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
शायद है ये दोस्ती या ईमान का असर
आगे क्या लिखा, हमको क्या ख़बर

ईमान का असर
ईमान का असर
ईमान का असर (ईमान)
ईमान का असर (का असर)
ईमान का असर (ईमान का)
ईमान का असर (असर)



Credits
Writer(s): Sulaiman Sadruddin Merchant, Salim Sadruddin Merchant, Ali Hussain Mir
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