Raat Kat Tee Nahin

रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
तेरे बिन अब यहाँ चैन आता नहीं
हो गई क्या ख़ता?
क्यों है मुझसे ख़फ़ा? आ के मुझको बता

रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
तेरे बिन अब यहाँ चैन आता नहीं
हो गई क्या ख़ता?
क्यों है मुझसे ख़फ़ा? आ के मुझको बता
रात कटती नहीं...

तू मुझे छोड़कर, दिल मेरा तोड़कर
प्यार की राहों में इस तरह छोड़कर

चल दिया है कहाँ? रह गया मैं तनहा
तेरे बिन ज़िंदगी जैसे हो अब सज़ा
हो गई क्या ख़ता?
क्यों है मुझसे ख़फ़ा? आ के मुझको बता
रात कटती नहीं...

आँखें भर आई हैं अब तुझे सोचकर
बे-सबब, बेवजह फेर ली क्यूँ नज़र?

तुझसे होके जुदा इस तरह मैं जिया
जिस तरह दिल मेरा जिए धड़कन बिना
हो गई क्या ख़ता?
क्यों है मुझसे ख़फ़ा? आ के मुझको बता

रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
रात कटती नहीं, दिन गुज़रता नहीं
तेरे बिन अब यहाँ चैन आता नहीं
हो गई क्या ख़ता?
क्यों है मुझसे ख़फ़ा? आ के मुझको बता

रात कटती नहीं...



Credits
Writer(s): Nusrat Badr, Shibu Pintu
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link