Jab Jab Pyar Pe Pehra Hua Hai

जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है
प्यार और भी गहरा, गहरा, गहरा, गहरा हुआ है

दो प्यार करने वालों को, हो-हो-हो
दो प्यार करने वालों को
जब-जब दुनिया तड़पाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी

हो, कुछ भी कर ले दुनिया
ये ना मिट पाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
हो, जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है

बादल को बरसने से
बिजली को चमकने से
कोई भी रोक ना पाएगा
कोई भी रोक ना पाएगा

फूलों को महकने से
बुलबुल को चहकने से
कोई भी रोक ना पाएगा
कोई भी रोक ना पाएगा

जब-जब उल्फ़त की राहों में, हो-हो-हो
जब-जब उल्फ़त की राहों में
दुनिया दीवार उठाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
हो, जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है

इस दिल की यादों को
महबूब के वादों को
कोई क्या बाँधे ज़ंजीरों से
कोई क्या बाँधे ज़ंजीरों से

चाहत के ख़ज़ानों को
नज़रों के फ़सानों को
कोई पा ना सके जागीरों से
कोई पा ना सके जागीरों से

जब-जब दुनिया दिलवालों को, हो-हो-हो
जब-जब दुनिया दिलवालों को
दीवारों में चुनवाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी

हो, जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है
प्यार और भी गहरा, गहरा, गहरा, गहरा हुआ है
दो प्यार करने वालों को, हो-हो-हो
दो प्यार करने वालों को
जब-जब दुनिया तड़पाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी

कुछ भी कर ले दुनिया
ये ना मिट पाएगी
मोहब्बत बढ़ती जाएगी
हो, जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है



Credits
Writer(s): Sameer, Bhushan Dua
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