Kaho Meri Sarkar Tabiyat Kaisi Hai

कहो, मेरी सरकार, तबियत कैसी है?
झूठों के सरदार, ये आदत कैसी है?
कहो, मेरी सरकार, तबियत कैसी है?
झूठों के सरदार, ये आदत कैसी है?

मौसम है बहार का, पहले-पहले प्यार का
मीठी तकरार का आया है मज़ा
चलो हटो, जाओ जी, बातें ना बनाओ जी
हमें ना सताओ जी, मिलेगा तुम्हें क्या?
मिलेगा जी क्या?

तुमको क्या मालूम, ये चाहत कैसी है
पागल से है प्यार, ये क़िस्मत कैसी है?
कहो, मेरी सरकार, तबियत कैसी है?
झूठों के सरदार, ये आदत कैसी है?

प्यार इसका नाम है तो दूर से सलाम है
होने लगी शाम है जी, हम तो चले
चाल लाजवाब है, ग़ुस्सा बेहिसाब है
अपना दिल नवाब है, लो हम भी चले
हम भी चले

देख लिया, दिलदार, मोहब्बत कैसी है
कर डाला बीमार, ये आफ़त कैसी है?
हाय, कहो, मेरी सरकार, तबियत कैसी है?
झूठों के सरदार, ये आदत कैसी है?

जाने को तो जाओगे, देखो फिर जो आओगे
बड़े पछताओगे, जो हम ना मिले (ऐसा, वाह!)
बनती तो अनजान हो, बड़ी शैतान हो
पुरानी मेहरबान हो जी, छोड़ो ये गिले
छोड़ो ये गिले

अब ये, थानेदार, रि'आयत कैसी है?
वाह रे तेरा प्यार! उल्फ़त कैसी है?
कहो, मेरी सरकार, तबियत कैसी है?
हाय, झूठों के सरदार, ये आदत कैसी है?



Credits
Writer(s): Qamar Jalalabadi, Ravi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link