Sayyare

सय्यारे, सय्यारे
प्यारे-प्यारे, सय्यारे
ये ज़मीन के हैं तारे
इनको खुल के चमकने तो दो

सय्यारे (सय्यारे), सय्यारे (सय्यारे)
ये अँधेरों में क्यूँ खो गए?

सय्यारे (सय्यारे), ये तारे (ये तारे)
दूर ख़ुशियों से क्यूँ हो गए?

झिलमिल करते सारे हैं, रंगों के ये धारे हैं
बेरंग हैं, क्यूँ बेरंग हैं?
नन्हे से परिंदे हैं उड़ने के चाहत में ये
बेज़ार हैं, क्यूँ बेज़ार हैं?

उम्मीद का इक रास्ता दिखाओ
इन लाडलों में रोशनी जगाओ
तुम थाम लो हाथ ये मासूम सा

सय्यारे, सय्यारे
ये अँधेरों में क्यूँ खो गए?
सय्यारे, ये तारे
दूर ख़ुशियों से क्यूँ हो गए?

हाथों की लकीरों से, रूठी सी तक़दीरों से
हैरान हैं, ये हैरान हैं
मंज़िल के ठिकाने से, ख़ुद को आज़माने से
अनजान हैं, ये अनजान हैं

चेहरे से इनके धुल तो हटाओ
इनके दिलों में आरज़ू बसाओ
तुम थाम लो हाथ ये मासूम सा

सय्यारे (सय्यारे), सय्यारे (सय्यारे)
ये अँधेरों में क्यूँ खो गए?

सय्यारे (सय्यारे), ये तारे (ये तारे)
दूर ख़ुशियों से क्यूँ हो गए?



Credits
Writer(s): Arjun Janya, Shetty Sujeet, Astha Jagiasi
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