Ik Mulaqaat (From "Dream Girl")

मैं भी हूँ, तू भी है आमने-सामने
दिल को बहका दिया इश्क़ के जाम ने

मैं भी हूँ, तू भी है आमने-सामने
दिल को बहका दिया इश्क़ के जाम ने

मुसलसल नज़र बरसती रही
तरसते हैं हम भीगे बरसात में

इक मुलाक़ात...
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
कल तलक वो जो मेरे ख़यालों में थे
रू-ब-रू उनका आना ग़ज़ब हो गया

मोहब्बत की पहली मुलाक़ात का
असर देखो ना जाने कब हो गया
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया

मख़्तबर, दर्द का कुछ ख़याल नहीं है
इक तरफ़ मैं कहीं, इक तरफ़ दिल कहीं

आँखों का एतबार मत करना
ये उठें तो क़त्ल-ए-आम करती हैं
कोई इनकी निगाहों पे पहरा लगाओ, यारों
ये निगाहों से ही ख़ंजर का काम करती हैं

मख़्तबर, दर्द का कुछ ख़याल नहीं है
इक तरफ़ मैं कहीं, इक तरफ़ दिल कहीं
एहसास की ज़मीन पे क्यूँ धुआँ उठ रहा है?
जल रहा दिल मेरा क्यूँ? पता कुछ नहीं

क्यूँ ख़यालों में कुछ बर्फ़ सी गिर रही?
रेत की ख़्वाहिशों में नमी भर रही
मुसलसल नज़र बरसती रही
तरसते हैं हम भीगे बरसात में

इक मुलाक़ात...
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
कल तलक वो जो मेरे ख़यालों में थे
रू-ब-रू उनका आना ग़ज़ब हो गया

मोहब्बत की पहली मुलाक़ात का
असर देखो ना जाने कब हो गया
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया



Credits
Writer(s): Raushan Singh, Rohit Pathak
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