Behad Na Karo

बेहद ना करो चाहे मोहब्बत तुम
जितना मैं तुम्हें चाहूँ, उतनी चाहत दो तुम
बेहद ना करो चाहे मोहब्बत तुम
जितना मैं तुम्हें चाहूँ, उतनी चाहत दो तुम

मैं तुम से जो कहूँ, तू भी मुझ से कहे
सवा-सवा हम इश्क़ करें
हर दफ़ा हम इश्क़ करें

बेहद ना करो चाहे मोहब्बत तुम
जितना मैं तुम्हें चाहूँ, उतनी चाहत दो तुम

हो, रात जागे मेरी आँखों में जब तेरी
ना हो सहर फिर उस रात की
लम्हें ऐसे हों पास आने लगे

मैं तुम से जो कहूँ, तू भी मुझ से कहे
सवा-सवा हम इश्क़ करें
हर दफ़ा हम इश्क़ करें

बेहद ना करो चाहे मोहब्बत तुम
जितना मैं तुम्हें चाहूँ, उतनी चाहत दो तुम

लम्स मिलता रहे, बह लूँ मैं यूँ ज़रा
महताब सी तू मेरा ख़ाब हो
वो हसीं बात हो, मेरी जान-ए-जाँ

मैं तुम से जो कहूँ, तू भी मुझ से कहे
सवा-सवा हम इश्क़ करें
हर दफ़ा हम इश्क़ करें

बेहद ना करो चाहे मोहब्बत तुम
जितना मैं तुम्हें चाहूँ, उतनी चाहत दो तुम



Credits
Writer(s): Palash Gogoi, Chitra Dudhoria
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