Kahan Chali Ae Nazneen

कहाँ चली, ऐ नाज़नीं?
चेहरे की सुबह मेरे नाम
ज़ुल्फ़ों की शाम मेरी शाम
लेकर इन्हें ना जा कहीं

कहाँ चली, ऐ नाज़नीं?
चेहरे की सुबह मेरे नाम
ज़ुल्फ़ों की शाम मेरी शाम
लेकर इन्हें ना जा कहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ

कहाँ चली, ऐ नाज़नीं?
चेहरे की सुबह मेरे नाम
ज़ुल्फ़ों की शाम मेरी शाम
लेकर इन्हें ना जा कहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ

ऐ गुलबहार, गुलचमन, चूमे सबा तेरा बदन
मौसम है क्या, बहार क्या, तेरा ही रंग-ए-पैरहन
ऐ गुलबहार, गुलचमन, चूमे सबा तेरा बदन
मौसम है क्या, बहार क्या, तेरा ही रंग-ए-पैरहन

अँगड़ाई ले जहाँ-जहाँ
खिलती धनक वहीं-वहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ

कहाँ चली, ऐ नाज़नीं?
चेहरे की सुबह मेरे नाम
ज़ुल्फ़ों की शाम मेरी शाम
लेकर इन्हें ना जा कहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ

जैसे हिना के रंग से जगमग हैं उँगलियाँ तेरी
रोशन तेरे जमाल से है शम'-ए-ज़िंदगी मेरी
जैसे हिना के रंग से जगमग हैं उँगलियाँ तेरी
रोशन तेरे जमाल से है शम'-ए-ज़िंदगी मेरी

इक़रार कर रहा हूँ मैं
तुझसा कोई कहीं नहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ

कहाँ चली, ऐ नाज़नीं?
चेहरे की सुबह मेरे नाम
ज़ुल्फ़ों की शाम मेरी शाम
लेकर इन्हें ना जा कहीं

मान मेरी जाँ, मान मेरी जाँ
हाय, मान मेरी जाँ



Credits
Writer(s): Bappi Lahiri, Majrooh Sultanpuri
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