Jiske Liye Sapno Mein Tum Ho

जिसके लिए सपनों में तुम हो
जिसके लिए सपनों में गुम हो
देखो, पिया, वो मैं ही तो हूँ
याद आया क्या? मैं ख़ुद क्या बोलूँ?
तुमने मुझे चाहा है सदा

जिसके लिए सपनों में तुम हो
जिसके लिए सपनों में गुम हो
देखो, पिया, वो मैं ही तो हूँ
याद आया क्या? मैं ख़ुद क्या बोलूँ?
तुमने मुझे चाहा है सदा
देखो, पिया...

तुम्हारे ख़्वाबों में गूँजे वो राग हूँ मैं
तुम्हारे दिल में है जो, वो मीठी आग हूँ मैं
मैं तुम्हारी कल्पना हूँ, कह रहा है जिया
सुनो ना पिया

जिसके लिए सपनों में तुम हो
जिसके लिए सपनों में गुम हो
देखो, पिया, वो मैं ही तो हूँ
याद आया क्या? मैं ख़ुद क्या बोलूँ?
तुमने मुझे चाहा है सदा
देखो, पिया...

ये पल अनोखा है समय की राहों में
जो कल था ख़्वाबों में, है अब निगाहों में
जिसने मेरे सपनों में है रंग सा भर दीया
वो ही मिल गया

जिस शौक़ का दीवाना हूँ मैं
जिस शम्मा का परवाना हूँ मैं
सच है प्रिया, वो तुम ही तो हो
शक इसमें क्या, वो तुम ही तो हो
मैंने जिसे चाहा है सदा
सच है प्रिया...



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Jatin Lalit
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