Tu Jo Mili

मैं गर्मियों का दिन कोई, तेरे लिए हर पल जलूँ
तू सर्दियों की शाम है, पाऊँ तुझे तो मैं ढलूँ
हूँ ज़ख़्म-ज़ख़्म मैं और मरहमों सी तू
दे-दे मुझे तू सुकूँ

तू जो मिली, सहारा सा मुझको मिला
डूबा था मैं, किनारा सा मुझको मिला
तू जो मिली, सहारा सा मुझको मिला
डूबा था मैं, किनारा सा मुझको मिला
मुझको मिला, मुझको मिला

बिन तेरे मैं ज़िंदगी के आईने में कितना था अधूरा
ख़ुद को तुझसे जोड़ के जो मैंने देखा तो लगा हूँ पूरा
Mmm, मैं था जो भी, ना था वो भी, अब हूँ जो भी शुक्रिया है तेरा
पत्थरों में ये ख़ुदा सा ढूँढने का नज़रिया है तेरा

ना शख़्स मैं, ना शख़्सियत, बरसों से हूँ बेनाम सा
बंजारों सा फिरता हूँ मैं, बन जा ना तू घर का पता
हूँ दर्द-दर्द मैं और है दवा सी तू
दे-दे मुझे तू सुकूँ

तू जो मिली, सहारा सा मुझको मिला
डूबा था मैं, किनारा सा मुझको मिला
तू जो मिली, सहारा सा मुझको मिला
डूबा था मैं, किनारा सा मुझको मिला
मुझको मिला, मुझको मिला



Credits
Writer(s): Jeet Gannguli, Shakeel Azmi
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