Hui Malang

मलंग, मलंग, मलंग
(मलंग, मलंग, मलंग)
(मलंग, मलंग, मलंग)
(मलंग, मलंग, मलंग)
(मलंग, मलंग, मलंग)

क़ाफ़िरा तो चल दिया...
क़ाफ़िरा तो चल दिया इस सफ़र के संग
मंज़िलें ना डोर कोई, लेके अपना रंग

कि हुई मैं, कि हुई मैं...
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
मैं मलंग, हाय रे

मैं बैरागन सी जियूँ ये भटकता मन
मैं बैरागन सी जियूँ ये भटकता मन
अब कहाँ ले जाएगा ये आवारापन?

कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
कि हुई मैं (मलंग, मलंग, मलंग)
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
मैं मलंग, हाय...

(To live life from one high to another)
(One, one, one hi...)
(One, one, one, one high...)
(One high to another)
(From one high to another)
(From one high to another)

(From one high to, one high to...)
(One high to another)
(One high to another)
(One high to another)
(One high to another)

कुछ धुआँ है, कुछ दुआ है
खामोशी का साज़ है
सूखा दरिया, प्यासा ज़रिया
भीगे बस अल्फ़ाज़ हैं

रेत सी बिखरी हूँ मैं, तेरी ज़मीं का करम
चाँद के इन दागों का तू ही तो है मरहम

कि हुई मैं...
(मलंग, मलंग, मलंग)
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
कि हुई मैं मलंग, मलंग, मलंग
मैं मलंग, हाय रे

(मलंग, मलंग, मलंग)
(मलंग, मलंग, मलंग)



Credits
Writer(s): Ved Sharma, Kunaal Verma, Haarsh Limbachiyaa
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link