Sahas Ki Vijay

सूरते बेहाल है माँ
तेरा आँचल लाल है माँ
मैं कफ़न हूँ बाँध के निकला
अब लहू से साफ होगा

तुझ पे ये जो दाग है माँ
है वतन पे आँच की घड़ियाँ
चल बेखौफ़ निडर बंदे
धावा बोल के कर बंदे

है गुस्ताख़ घुसा घर में
जय हो
जान हमारी हाजिर हो
तेरी शान में तिरंगे
छलनी कर दे दुश्मन को
जय हो

साहस की, विजय हो
साहस की, विजय हो
साहस की, विजय हो

भारत की, विजय हो
भारत की, विजय हो
साहस की, विजय हो

हो ओ ओ
जब तक ये दम है
तेरी कसम है
झूकने ना दूँगा सर ये तेरा

सौ से अकेला लड़ जायूँगा मैं
है कर्ज़ बाकी मुझपे तेरा
हो, तेरे लिए क्या लहू
हाजिर मेरी जान है

हाजिर मेरी जान है
चल बेखौफ़ निडर बंदे
धावा बोल के कर बंदे
है गुस्ताख़ घुसा घर में
जय हो

जान हमारी हाजिर हो
तेरी शान में तिरंगे
छलनी कर दे दुश्मन को
जय हो

साहस की, विजय हो
साहस की, विजय हो
साहस की, विजय हो
भारत की, विजय हो

भारत की, विजय हो
साहस की, विजय हो
(विजय हो, विजय हो, विजय हो)

विजय हो, विजय हो, विजय हो
(विजय हो, विजय हो)
(विजय हो, विजय हो)



Credits
Writer(s): Kunaal Vermaa, Ravi Singhal
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link