Sham Gai Raat Aai

शाम गयी रत आई की बलम आजा
शाम गयी रत आई की बलम आजा
तरो की बारात आई की बलम आजा
तरो की बारात आई की बलम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
शाम गयी रत आई की बलम आजा

रता दिन के मिलने की घड़ी मे

ठंडी ठंडी सावन की झड़ी मे
दो दिलो ने जो बँधे थे बंधन
दो दिलो ने जो बँधे थे बंधन
उनमे खोई खड़ी मे, खड़ी मे
याद मुलाकात आई के बलम आजा
याद मुलाकात आई के बलम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
शाम गयी रत आई की बलम आजा

मिट जो आँखे तो तेरी सुरतिया

छम छम चमके जैसे बीजूरिया

प्यार भरे तेरे नैनो के रंग मे
प्यार भरे हो तेरे नैनो के रंग मे
भीगे मान की चुनरिया, चुनरिया
जैसे बरसात आई की बलम आजा
जैसे बरसात आई की बलम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
हो बलम आजा अब तो सनम आजा
शाम गयी रत आई की बलम आजा
तरो की बारात आई की बलम आजा



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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