Mumbai Darshan

हाँ

ले Hip-hop की धुन सुन (हाँ)
क्यूँ बैठा है गुमसुम? (चल) झूम-झूम
बम्बई की मस्ती में घूम तुम (क्या?)
ताकीड़-ताकीड़-धूम तुम

रस्ते पे बजेंगे, नहीं चाहिए room-woom
खुले में घूम तुम (है ना?)
तेरे फटीचर से speaker पे boom-boom
थोड़ा बजो अपने संग तुम (क्या?)

मैं जो भी बनाता, तू सुनता है क्या?
Internet पे rap अपना ढूँढ़ा है क्या? (बोल)
Beat पे Karan Kanchan है
काम में ना आती कोई अड़चन है

पटेली में आगे है, Police से भागे है
पूरीच मचादेंगे क्या (चल, चल)
चोरी चलाते, तंदूरी बनाते
हम दारू पीला देंगे, क्या? (चल, चल)

चिलम को अंगार देंगे
देख छोटे अपन कैसे फाड़ देंगे
वो पत्थर तो अपन भी पहाड़ देंगे
कोई खटका तो फ़िर छोटे झाड़ देंगे

मचानेका अपन के साथ (फ़िर?)
बचकानों के बच्चन के साथ (क्या?)
Public को ठस्सन के साथ (है ना?)
चिलम खीचेंगे फ़िर टशन में आज

हलके वाली vibe में तू आएगा क्या? (बोल)
भलता सा trip झेल पाएगा क्या?
मैं जो भी गोली दूँ, बोल खाएगा क्या? (हाँ)
ऐसा वाला shot बोल मचाएगा क्या?

वटा ना, तेरे बस की बात नहीं
अपने साथ chill करने की औकात नहीं
पास तेरे घास नहीं, तेरे पास class नहीं
तेरी बेटे के scene में अपना कोई हाथ नहीं (चल)

क्या? है ना?
तू आ रहा है? आ रहा है क्या? आ रहा है?
तू आ रहा है? कौन आ रहा है? आजा
तू भी आ, आजा, आ ना
सब लोग हार गए, Gully Gang, boy



Credits
Writer(s): Karan Kanchan, Dhaval Parab
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link