Labb Par Aaye

लब पर आएँ गीत सुहाने
माने ना जियरा लाख बहाने
लब पर आएँ गीत सुहाने
माने ना जियरा लाख बहाने

लब पर आएँ गीत सुहाने
माने ना जियरा लाख बहाने
याद तिहारी आए सताने
मन लागे रे पछताने, हो

मोरे सैयाँ, मैं लागू तोरे बैयाँ
बलमवा, ना जाओ परदेस
सजना जी, करूँ मैं कैसे राज़ी?
पिया जी, लागे जिया कोठे

ओ, मन की पीड़ा कोई ना जाने
मन ये जाने, मैं जानूँ, ना जाने बैरी ये दुनिया
आए ना बादल नीर बहाने
ना कोई भँवरा, ना कलियाँ मुरझाएँ, हाए, ये बगिया

लड़ पछताऊँ, समझ ना पाऊँ
रूठे पिया को कैसे मनाऊँ?
भेद जिया के किसको दिखाऊँ?
किसको बताऊँ कलेश? हो

कलाई, ना छोड़ रे कलाई
दुहाई भूल ना जा दर पे
मोरे सैयाँ, मैं लागू तोरे बैयाँ
बलमवा, ना जाओ परदेस

लागे जिया को ठेस
लागे जिया को ठेस
लागे जिया को...
लागे जिया को...
लागे जिया को ठेस



Credits
Writer(s): Shankar Ehsaan Loy, Sameer Samant
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