So Meri Rani

सो मेरी रानी, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी
सो मेरी रानी, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी

राजा के खेत में था सोने का धान
रखवाली करने गया कल्लु किसान
चिड़ियों ने चुग लिया राजा का धान
राजा ने काट लिया कल्लु का कान

चिड़िया बोली, "चू", चिड्डा बोला, "हूँ"

सो मेरी रानी, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी
सो मेरी रानी, हो, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी

बिल्ला ब्याहन को चला शेर की पोती
चूहे बारात चले बाँध के धोती
किसी की दुम लंबी थी, किसी की छोटी
शेर के घर पक्की थी मोटी सी रोटी
खूब खाई रोटी तो खुल गई धोती

चूहा बोला, "चाँ", बिल्ली बोली, "म्याऊँ"

सो मेरी रानी, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी
सो मेरी रानी, हो, सो मेरी रानी
तुझको सुनाऊँ एक राजा की कहानी

अपनों का आज कोई लेता नहीं नाम
मैना चुपचाप तके, कौवा बोले, "काँव"
मेंढक बंदूक लिए घूमे सारा गाँव
चूँटी ने खींच लिया हाथी का पाँव

हाथ गिरा धम, कहानी ख़तम

सो मेरी रानी, सो मेरी रानी



Credits
Writer(s): Neeraj, Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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