City of Dreams

जागती है या ख़्वाब सी
हक़ीक़त भी है और है राज़ भी
मग़रूर है, ये मजबूरी भी
है बेहया और है लाज भी

चेहरे पे सादगी, रूह से आफ़ती
राख में आग सी, राग-बैराग सी
किसकी है? किसकी थी मायानगरी?

मुंबई नगरीचा वाजे, वाजे हो दाही दिशी डंका
कधी रे डोंगर स्वप्नांचा, कधी ही रक्ताची लंका
मुंबई नगरीचा वाजे, वाजे हो दाही दिशी डंका

ये फ़र्शों से उठाती है
ये अर्शों तक पहुँचाती है
कभी तख़्तों पे बिठाती है
कभी ख़ाक में मिलाती है

चेहरे पे सादगी, रूह से आफ़ती
राख में आग सी, राग-बैराग सी
किसकी है? किसकी थी मायानगरी?



Credits
Writer(s): Manoj Yadav, Relia Tapas Ashokkumar
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