Yehi Zindagi

अधूरी रही जो कहानी हमारी
लिखूँगा मैं फिर से तुम्हारे लिए
जो रह गया है बाकी, वो इक-इक लम्हा
जियूँगा मैं फिर से तुम्हारे लिए

तुम ही मेरा हासिल, तुम ही मुझ में शामिल
हाँ, धड़कता है ये दिल तुम्हारे लिए
ये लम्हों का बहना, मेरा यूँ ठहरना
के है जीना-मरना तुम्हारे लिए

ये दिल गुमशुदा है, क्यूँ तू जुदा है?
संग ये पल बिता ले
यही ज़िंदगी, यही ज़िंदगी
यही ज़िंदगी... (ज़िंदगी)

अधूरी रही जो कहानी हमारी
लिखूँगा मैं फिर से तुम्हारे लिए
जो रह गया है बाकी, वो इक-इक लम्हा
जियूँगा मैं फिर से तुम्हारे लिए



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir
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