Tum Agar Mauj Ho Koi to Kinara Hu

तुम अगर मौज हो कोई तो किनारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं
तुम अगर मौज हो कोई तो किनारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं

मानता हूँ कि सही तुमको गिला है मुझसे
तुमको सच है कि कभी दुख भी मिला है मुझसे?

मुझसे भूल होती है, पर बुरा नहीं हूँ मैं
बेख़याल हूँ, लेकिन बेवफ़ा नहीं हूँ मैं

सुन सको तुम तो सुनो दिल से पुकारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं
तुम अगर मौज हो कोई तो किनारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं

ये घड़ी प्यार की है, यूँ ना गँवाओ इसको
कल के दामन में छुपा क्या है पता है किसको?

ज़िंदगी के मेले में हाथ छूट सकते हैं
साँस एक धागा है, धागे टूट सकते हैं

टूट सकता है जो अंबर से वो तारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं
तुम अगर मौज हो कोई तो किनारा हूँ मैं
मुझमें १०० ऐब सही फिर भी तुम्हारा हूँ मैं



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Viju Shah
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