Tum Se Hi (Reloaded) (From "Sadak 2")

दो दिल सफ़र में निकल पड़े
जाना कहाँ क्यूँ फ़िकर करें?
कहाँ ठिकाना हो रात का?
सुबह कहाँ पे बसर करें?
खोया-खोया दिल मेरा कहता है

हाँ, तुम से ही, बस तुम से ही
मेरी जान है बस तुम से ही
दिल को मेरे आराम है
परेशान है बस तुम से ही

जो दर्द को सुकून दे
वो दर्द तुम से मिलता है
ऐ दिल, ज़रा इतना बता
क्यूँ इश्क़ उन से होता है?

साँसों को अब जीने का
जैसे सहारा मिल गया
खोया-खोया दिल मेरा कहता है, mmm

तुम से ही, बस तुम से ही
मेरी जान है बस तुम से ही
दिल को मेरे आराम है
परेशान है बस तुम से ही



Credits
Writer(s): Ankit Tiwari, Payam Saeedi
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