Aaj Phir Se

तेरे कानों के पीछे मेरा हाथ हो
बस साँसों-साँसों में सारी बात हो
छुप जाऊँ सीने में, किसी को ना मिलूँ
तेरी बाँहों को अपना घर मैं मान लूँ

आज इस छत पे चाँद-तारे लगेंगे
तेरी पनाह में आज हम भी प्यारे लगेंगे
और उनके नीचे दो दिल हमारे मिलेंगे
तेरी पनाह में आज हम भी प्यारे लगेंगे

जब डूबने लगूँ दुनिया की भीड़ में
बस छू के ही मुझे तेरी ओर खींच ले
संघर्ष तू मेरा, तुझ से है जीत भी
मेरा होना भी तुझ से, तुझ से संगीत भी

आज इस छत पे चाँद-तारे लगेंगे
तेरी पनाह में आज हम भी प्यारे लगेंगे
और उनके नीचे दो दिल हमारे मिलेंगे
तेरी पनाह में आज हम भी प्यारे लगेंगे

तुझे जी भर के देख लूँ, तेरी साँसों का घूँट लूँ
आज फिर से मैं जी तो लूँ
अब जो भी होना है हो, बस अपने दिल की सुनो
बाक़ी मुझ पे सब छोड़ दो
करूँगा मैं तेरा इंतज़ार, कम ना होने दूँगा ये प्यार
हम मिलेंगे फिर एक बार

फिर से इस छत पे चाँद-तारे लगेंगे
तेरी पनाह में फिर से हम भी प्यारे लगेंगे
और उनके नीचे दो दिल हमारे मिलेंगे
तेरी पनाह में फिर से हम भी प्यारे लगेंगे



Credits
Writer(s): Gajendra Verma
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link