Kaha Phir Hum Kaha Phir Tum, From ''Night Club''

कहाँ फिर हम, कहाँ फिर तुम, कहाँ ये रातें
धड़कते दिल से हो जाएँ ज़रा दो बातें

पुकारे दिल, दीवाने, मिल
सियाह ज़ुल्फ़ों के बादल हैं, मनाएँ बरसातें

कहाँ फिर हम, कहाँ फिर तुम, कहाँ ये रातें
धड़कते दिल से हो जाएँ ज़रा दो बातें

उलफ़त के तरानों में सब खोए हुए हैं
कहने को, हाय, जागे थे, पर खोए हुए हैं
उलफ़त के तरानों में सब खोए हुए हैं
कहने को, हाय, जागे थे, पर खोए हुए हैं

पुकारे दिल, दीवाने, मिल
ना घबराना, ना शरमाना, बुरी है ये बातें

कहाँ फिर हम, कहाँ फिर तुम, कहाँ ये रातें
धड़कते दिल से हो जाएँ ज़रा दो बातें

अफ़साने निगाहों के सुनता जा, दीवाने
फिर आए कि ना आए मिलने ना ज़माने
अफ़साने निगाहों के सुनता जा, दीवाने
फिर आए कि ना आए मिलने ना ज़माने

पुकारे दिल, दीवाने, मिल
बड़ी मुश्किल से आई है मिलन की ये रातें

कहाँ फिर हम, कहाँ फिर तुम, कहाँ ये रातें
धड़कते दिल से हो जाएँ ज़रा दो बातें

पुकारे दिल, दीवाने, मिल
सियाह ज़ुल्फ़ों के बादल हैं, मनाएँ बरसातें

कहाँ फिर हम, कहाँ फिर तुम, कहाँ ये रातें
धड़कते दिल से हो जाएँ ज़रा दो बातें



Credits
Writer(s): Madan Mohan
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