Tanhaai Reprise

टूटा है बहुत ये दिल मेरा, आँसू हैं, बड़ी तनहाई है
जब से तेरी बाँहों में हमें आने की हुई मनाही है

कुछ यादें जो तेरी बाक़ी हैं, जो दिल को बहुत सताती हैं
काटे से नहीं कटता लमहा, क्यूँ दे दी तनहाई?

जो ख़्वाब हसीं लगते थे बहुत, वो ख़्वाब ही अक्सर टूटे हैं
जो लोग पसंद आते थे बहुत, वो लोग ही अक्सर झूठे हैं
ये बात समझ ना आती है, और दिल में एक उदासी है
अच्छा ही नहीं लगता जीना, क्यूँ दे दी ये जुदाई?

अब ग़म ही तो अपना साथी है, जीने के लिए ये काफ़ी है
अच्छा ही नहीं लगता जीना, क्यूँ दे दी ये रुसवाई?

तनहाई है हमसफ़र, तनहाई है हर डगर
तनहाई है हर पहर, तनहाई शाम-ओ-सहर
तनहाई है हर तरफ़, तनहाई है हद-ए-नज़र
तनहाई है अर्श तक, तनहाई है अब फ़र्श तक

टूटा है बहुत ये दिल मेरा, आँसू हैं, बड़ी तनहाई है
जब से तेरी बाँहों में हमें आने की हुई मनाही है



Credits
Writer(s): Sayeed Quadri, Parampara Sachet
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