Chaahat Na Hoti (Jhankar)

चाहत नदिया, चाहत सागर
चाहत धरती, चाहत अंबर
चाहत राधा, चाहत गिरधर

दिल का धड़कना, यही चाहत है
नींद ना आना, यही चाहत है
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
मैं भी ना होती, तू भी ना होता
मैं भी ना होती, तू भी ना होता

दिल का धड़कना, यही चाहत है
नींद ना आना, यही चाहत है
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
तू भी ना होती, मैं भी ना होता
तू भी ना होती, मैं भी ना होता

तुम मुझसे अलग कब हो, मैं तुमसे जुदा कब हूँ
पानी में कँवल जैसे, रहते हो मुझी में तुम
देखूँ तो तुम्हें देखूँ, सोचूँ तो तुम्हें सोचूँ
सागर में नदी जैसे, बहते हो मुझी में तुम

चाहत ख़ुशबू, चाहत रंगत
चाहत मूरत, चाहत क़ुदरत
चाहत गंगा, चाहत जमुना

होश गँवाना, यही चाहत है
जान से जाना, यही चाहत है
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
मैं भी ना होती, तू भी ना होता
तू भी ना होती, मैं भी ना होता

जब तू नहीं होता है उस वक़्त भी हर शय में
हर गीत में, हर लय में तू ही नज़र आता है
हाँ, बिखरा के कभी ज़ुल्फ़ें, चमका के कभी चेहरा
तुम ही मेरी दुनिया के दिन-रात सजाते हो

चाहत घूँघट, चाहत दर्पण
चाहत सजनी, चाहत साजन
चाहत पूजा, चाहत दर्शन

आँख भर आना, यही चाहत है
जी घबराना, यही चाहत है
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
चाहत ना होती, कुछ भी ना होता
मैं भी ना होती, तू भी ना होता
तू भी ना होती, मैं भी ना होता



Credits
Writer(s): Anu Malik, Nida Fazli
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