Bahut Bechain Hai Dil

बहुत बेचैन है दिल, तुम जहाँ भी हो, चले आओ
बहुत बेचैन है दिल, तुम जहाँ भी हो, चले आओ
सितारों की सजी हुई महफ़िल ना उठ जाए, चले आओ
बहुत बेचैन है दिल...

तुम्हारी बेरुख़ी ने यूँ हमारा दिल बहुत तोड़ा
तुम्हारी बेरुख़ी ने यूँ हमारा दिल बहुत तोड़ा

उसी दिल ने तुम्हें आवाज़ दी है, तुम चले आओ
बहुत बेचैन है दिल...

उदासी की हदें, अब छू रहे हैं याद के नग़्मे
उदासी की हदें, अब छू रहे हैं याद के नग़्मे

कहीं हम बन के एक आँसू ना बह जाएँ, चले आओ
बहुत बेचैन है दिल, तुम जहाँ भी हो, चले आओ
बहुत बेचैन है दिल...



Credits
Writer(s): Shaan, Ustaad Ghulam Mustafa Khan
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