Na Hanso Hampe

ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए
दर-ब-दर फिरते हैं, तक़दीर के बहकाए हुए
ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए

क्या बताएँ तुम्हें, कल हम भी चमन वाले थे
क्या बताएँ तुम्हें, कल हम भी चमन वाले थे
ये ना पूछो कि है वीराने में क्यूँ आए हुए
ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए

बात कल की है कि फूलों को मसल देते थे
बात कल की है कि फूलों को मसल देते थे
आज काँटों को भी सीने से हैं लिपटाए हुए
ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए

ऐसी गर्दिश में ना डाले कभी क़िस्मत तुम को
ऐसी गर्दिश में ना डाले कभी क़िस्मत तुम को
आप के सामने जिस हाल में हैं आए हुए
ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए

एक दिन फिर वही पहली सी बहारें होंगी
एक दिन फिर वही पहली सी बहारें होंगी
इसी उम्मीद से हम दिल को हैं बहलाए हुए
ना हँसो हम पे ज़माने के हैं ठुकराए हुए
दर-ब-दर फिरते हैं, तक़दीर के बहकाए हुए



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Madan Mohan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link