Bepanah Ishq

तू सामने हो जहाँ भी मैं जाऊँ
साँसों से लूँ नाम ज़्यादा तेरा
तेरी निगाहों में मैं मुस्कुराऊँ
हर दर्द तेरा हो आधा मेरा

ख़्वाब मुमकिन हुआ, रात से दिन हुआ
सिर्फ़ तुम और हम हैं अब यहाँ

मैंने आसमाँ पे लिख दिया
तू है मेरी, मैं हूँ बस तेरा
रेत से समंदर की तरह
अब ये इश्क़ होगा बेपनाह

मैंने आसमाँ पे लिख दिया
मैं तेरी हूँ, तू है बस मेरा
हो, रेत से समंदर की तरह
अब ये इश्क़ होगा बेपनाह

मंज़िलें ना जाने कितने रास्तों के बाद आई हैं
बेख़तम मुलाक़ातें १०० फ़ासलों के बाद आई हैं
ये हवाएँ जाने कितने मौसमों के बाद आई हैं
राहतें हमारे दिल को १०० ग़मों के बाद आई हैं

ज़िंदगी के लिए माँगते थे तुझे
तू मेरी ज़िंदगी बन गया

मैंने आसमाँ पे लिख दिया
मैं तेरी हूँ, तू है बस मेरा
हो, रेत से समंदर की तरह
अब ये इश्क़ होगा बेपनाह

मैंने आसमाँ पे लिख दिया
तू है मेरी, मैं हूँ बस तेरा
हो, रेत से समंदर की तरह
अब ये इश्क़ होगा बेपनाह



Credits
Writer(s): Kunaal Verma, Srishty Pranov Kumar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link