Kuch Paas Mere

कुछ पास मेरे मेरा था ही नहीं
जो कुछ है, सब तेरे होने से
कोई और मेरा अब हो ना हो
मुझे है मतलब तेरे होने से

तूने हाथ दिए इन हाथों में
तो लकीरें मेरी तहरीर हुई
रोके ना रुका, दिल राँझा हुआ
आँखें ये तेरी जब हीर हुई

तूने आके बदल दी ਜਿੰਦ मेरी
डरता हूँ तुझे खोने से

कुछ पास मेरे मेरा था ही नहीं
जो कुछ है, सब तेरे होने से

जो भी तू चाहे सर आँखों पे
तेरी रज़ा में मेरी रज़ा

Mmm, जो भी कहे तू मंज़ूर है
बस कहना कभी ना तू अलविदा
क्या है जादू? हर साँस में शामिल तू

आती है हमेशा तेरी सदा
हँसने से, मेरे रोने से

कुछ पास मेरे मेरा था ही नहीं
जो कुछ है, सब तेरे होने से
कोई और मेरा अब हो ना हो
मुझे है मतलब तेरे होने से



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir, Rahul Mishra
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