Piya Ji Ke Sanng

माना कि हमने प्यार को धीरे-धीरे बढ़ाया है
लेकिन तुम ये जान लो, इंतज़ार हुआ ख़त्म
अब इश्क़, मोहब्बत, मिलन का मौसम आया है

चुनरी ले आओ (आहा), कंगन पहनाओ (आहा)
गजरा मँगवाओ, कजरा लगवाओ
मेरे हाथों पे चमका दो मेहँदी का रंग

पहली रात...
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग

लम्हे-भर की है मजबूरी
उनसे मिलन में कुछ है दूरी
जी-भर के हम प्यार करेंगे
धीरे-धीरे, चोरी-चोरी

झुमका मँगवाओ (आहा)
बिंदिया चमकाओ (आहा)
चूड़ी खनकाओ, पायल पहनाओ
मेरे हाथों पे चमका दो मेहँदी का रंग

पहली रात...
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग

थोड़े भोले, थोड़े दीवाने
थोड़े शैताँ मेरे हमजोली
इश्क़ में नैना पागल होंगे
खेलेंगे जब हम आँख-मिचौली

गुलशन महकाओ (आहा)
थोड़ा शोर मचाओ (आहा)
सजना मन भाए, मुझे ऐसे सजाओ
मेरे हाथों पे चमका दो मेहँदी का रंग

पहली रात...
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग



Credits
Writer(s): Himesh Reshammiya, Shabbir Ahmed
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link