Kargil Marathon Song

धनक-धनक शोर मचा (धनक-धनक शोर मचा)
तनक-तनक ज़ोर लगा (तनक-तनक ज़ोर लगा)
धनक-धनक शोर मचा, तनक-तनक ज़ोर लगा
लाँघ फ़लक चाँद तलक, हिंसा का दौर मिटा
सरहद देती आवाज़, उसको वीरों पे नाज़
माटी का मान बने, याद करो उनको आज

चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़
चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़
चल दौड़ (चल दौड़), चल दौड़ (चल दौड़)
चल दौड़ (चल दौड़), चल दौड़ (चल दौड़)

Kargil marathon, Kargil marathon, Kargil marathon
Kargil marathon, Kargil marathon, Kargil marathon

Kargil की चोटी पर सूरज ने आँख खोली
अँगड़ाई ले उठी सरहद पे भोर भोली
Kargil की चोटी पर सूरज ने आँख खोली
अँगड़ाई ले उठी सरहद पे भोर भोली

दौड़ है ये मान की, धरती के सम्मान की
दे गए क़ुर्बानियाँ रणवीरों की शान की

थमना नहीं, रुकना नहीं, थकना नहीं
बस दौड़, हाँ, दौड़, तू दौड़
चल दौड़, हाँ, दौड़

चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़
रख लक्ष्य पर आँख, दौड़ो सब साथ-साथ
क्या जीत, क्या हार, Kargil का सिंगार
चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़, चल दौड़



Credits
Writer(s): Mazhar Siddiqui
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