Banni

बन्नी थारो चाँद सरिसो मुखड़ो
कोई नजर नही लग जाय
बन्नी थोड़ा हळवे हळवे चालो
कोई मोच नही पडजाय

बन्नी थारो चाँद सरिसो मुखड़ो
कोई नजर नही लग जाय
बन्नी थोड़ा हळवे हळवे चालो
कोई मोच नही पडजाय
ओ बन्नी थारा केश है कामणगारा
बन्नी थारा केश है कामणगारा
म्हारो तो मन उळजाय

बन्नी थारी आँख्या है मतवाळी
ओ बन्नी थारी आँख्या है मतवाळी
म्हारो तो मन बहकाय

बन्नी थारो चाँद सरिसो मुखड़ो
कोई नजर नही लग जाय
बन्नी थोड़ा हळवे हळवे चालो
कोई मोच नही पडजाय

ओ बन्नी थारी जद पायलडी बाजे
बन्नी थारी जद पायलडी बाजे

म्हारो तो मन हरसाय बन्नी
थारो रूप लगे लाखिणों
बन्नी थारो रूप लगे लाखिणों
थाने देख बन्ना मुसकाय

बन्नी थारो चाँद सरिसो मुखड़ो
कोई नजर नही लग जाय
बन्नी थोड़ा हळवे हळवे चालो
कोई मोच नही पडजाय



Credits
Writer(s): Kapil Jangir, Dhanraj Dadhich
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